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Government e-Marketplace (GeM) 2024

गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस क्या है ?

'जेम(GeM )' से बढ़ी सरकारी खरीद में

पारदर्शिता और सहूलियत


Government e-Marketplace | “भारत में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सार्वजनिक खरीद का हिस्सा लगभग 20 से 25 प्रतिशत है। इसका मतलब यह हुआ कि करदाताओं से एकत्र धन का एक बड़ा हिस्सा जनता के लिए वस्तुओं और सेवाओं की खरीद पर खर्च होता है। ये वस्तुए और सेवाएं सरकारी कार्यक्रमों को जीवन देती हैं। ऐसी स्थिति में कुशल सार्वजनिक खरीद के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता। Government e-Marketplace (GeM) की परिकल्पना समावेशी विकास, भ्रष्टाचार मुक्त शासन और व्यवसाय सुगमता के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को अमल में लाने के मकसद से वाणिज्य विभाग के अधीन कंपनी कानून की धारा 8 के तहत विशेष उद्देश्य साधन के तौर पर की गई। जेम अपनी शुरुआत के समय से अब तक 60000 करोड़ रुपये से ज्यादा के सरकारी धन की बचत में मददगार रहा है। यह पोर्टल अपनी व्यापक उपलब्धियों की बदौलत विश्व के अग्रणी सार्वजनिक खरीद प्लेटफॉर्मों में से एक बन गया है। इसने बेहद कम समय में ही दक्षिण कोरिया के कोनेप्स और सिंगापुर के जेबिज जैसे सार्वजनिक खरीद प्लेटफॉर्मों को भी विभिन्न पहलुओं में पीछे छोड़ दिया है।”

सार्वजनिक खरीद के लिए डिजिटल समाधान की आवश्यकता

      सरकारी खरीद अपारदर्शी, समय लेने वाली, बोझिल और भ्रष्टाचार तथा गुटबंदी से ग्रस्त हुआ करती थी। खरीदारों को बेईमान विक्रेताओं से महंगे दामों पर घटिया सामान खरीदने के लिए मजबूर किया जाता था। विक्रेताओं को भी पैनल में शामिल होने और समय पर भुगतान प्राप्त करने के लिए सुविधा प्रदान करने वाली एजेंसी की दया पर दर-दर भटकना पड़ता था।
       आपूर्ति और निपटान महानिदेशालय से डिजिटल ई-कॉमर्स पोर्टल में पूरा परिवर्तन की तत्काल जरूरत थी जहाँ किसी भी बाधा के बिना आसानी से व्यापार करने की सुविधा हो और साथ ही उचित दरों पर गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं की खरीद और सेवाएं प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धी बाज़ार भी उपलब्ध हो। नई प्रणाली की सोच ने सदियों पुराने नियमों और प्रक्रियाओं को बदलने के लिए की गई थी जिसमें कई तरह की गड़बड़ियां और भ्रष्टाचार की गुंजाइश होती थी।

Government e-Marketplace (GeM) की उत्पत्ति

सरकारी ई-मार्केटप्लेस की स्थापना देश के सार्वजनिक खरीद पारिस्थितिकी तंत्र को तकनीकी रूप से उन्नत, मजबूत और केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित करने की दृष्टि से की गई थी।
जेम ने खरीद की प्रक्रियाओं को डिजिटल बनाकर उच्च दक्षता, सूचना साझा करने, बेहतर पारदर्शिता, कम समय में प्रक्रिया पूरी करने और बोलीदाताओं के बीच उच्च विश्वास बनाया है। इससे बचत बढ़ी और प्रतिस्पर्धा बढ़ी। जेम में इन नवाचारों से विक्रेताओं को समय पर भुगतान मिलता है और खरीदारों को समय की बचत और कम कीमत मिलती है। उसकी समावेशी दृष्टि ने एक खुला, विविध सार्वजनिक खरीद बाज़ार बनाया है जो स्टार्टअप, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई), महिला उद्यमियों, कारीगरों और शिल्पकारों को समान अवसर देता है, जिससे उन्हें सरकारी निविदाओं में भाग लेने और सरकार के साथ मिलकर काम करने की अनुमति मिलती है।

विकास की दिशा

केंद्र और राज्य सरकार के विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों के संपूर्ण स्पेक्ट्रम की खरीद प्रक्रियाओं को साकार करने में शामिल व्यापक पैमाने और जटिलताओं को देखते हुए, जेम पर खरीद करना संभवतः विश्व स्तर पर किसी भी सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े डिजिटल परिवर्तन अभ्यासों में से एक रहा है। कई चुनौतियों के बावजूद, पोर्टल से पंजीकृत विक्रेताओं की संख्या, कुल खरीद और प्लेटफार्म के माध्यम से किए गए संचयी ऑर्डर मूल्य के मामले में साल-दर-साल महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।

पहले वर्ष में, Government e-Marketplace(GeM) के जरिये 420 करोड़ रुपये का कुल सकल व्यापारिक मूल्य दर्ज किया गया। अगले कुछ वर्षों में, जेम के माध्यम से किए गए लेनदेन (ऑर्डर मूल्य के संदर्भ में) वित्त वर्ष 20-21 में लगभग 38,000 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 21-22 में 1 लाख करोड़ रुपये हो गए। वित्त वर्ष 22-23 में, जेम ने 88% की वृद्धि दर्ज की, जो 2 लाख करोड़ रुपये के सकल व्यापारिक मूल्य के ऐतिहासिक मील के पत्थर को पार कर गया। चालू वित्त वर्ष 23-24 में, Government e-Marketplace(GeM) 3 लाख करोड़ सकल व्यापारिक मूल्य का आंकड़ा पार करने की संभावना है।

प्लेटफॉर्म ने शुरुआत में उत्पाद श्रेणियों की एक विस्तृत श्रृंखला विकसित की थी, जेम ने तेजी से अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया और साथ ही सेवा पेशकशों की एक विशाल श्रृंखला को भी इसमें शामिल किया। पिछले 3 वर्षों में तेजी से वृद्धि के साथ, सेवाओं में ऑर्डर मूल्य जेम की विकास 5 कहानी का सबसे उज्ज्वल अध्याय रहा है। वित्तीय वर्ष 21-22 (24,607 रुपये) से वित्तीय वर्ष 22-23 (66,128 रुपये) तक, जेम पर सेवाओं में अभूतपूर्व 168% की वृद्धि देखीगई है, ऑर्डर की संख्या में भी भारी उछाल देखा गया है। – संचयी रूप से, स्थापना के बाद से, सरकारी खरीदारों ने 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 4.8 लाख से अधिक सेवा ऑर्डर दिए हैं। 

Government e-Marketplace(GeM) एक श्रेणी-संचालित ई-मार्केटप्लेस है जिसमें 11,600 से अधिक उत्पाद श्रेणियाँ और 300 से अधिक सेवा श्रेणियों की एक मजबूत सूची है। यह पोर्टल प्रशासन के सभी स्तरों पर सरकारी निकायों और विभागों द्वारा आवश्यक सभी सामान्य वस्तुओं और सेवाओं को प्रदर्शित करता है।

जेम – इज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस को बढ़ावा देना(GeM Ease Off Doing Bussiness)
  • एक सुविधा प्रदाता के रूप में जेमः जेम पोर्टल सार्वजनिक वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा के लिए खरीदारों, विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को एक ही मंच पर जोड़ता है।
  •  लागत में कमी और दक्षता के माध्यम से परिवर्तनः जेम ने लागत कम करके, दक्षता बढ़ाकर और पारदर्शिता को बढ़ावा देकर भारत में सार्वजनिक खरीद में क्रांति ला दी है। यह प्लेटफॉर्म देश भर में खरीदारों और विक्रेताओं को बिना किसी परेशानी के डिजिटल लेनदेन में शामिल होने की सुविधा प्रदान करता है।
  •  विक्रेताओं का समावेशी सशक्तीकरणः जेम महिला उद्यमियों, कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों, सहकारी समितियों, एमएसएमई और स्टार्टअप सहित विभिन्न पृष्ठभूमि के विक्रेताओं को सशक्त बनाता है, जो समय पर भुगतान के साथ वन-स्टॉप-शॉप की पेशकश करते हैं, पेपरलेस और कैशलेस पारिस्थितिकी तंत्र के तहत।
  • निर्बाध पंजीकरण विधि: जेम पंजीकरण प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि यह सरल, सुविधाजनक और कम डाटा प्रविष्टि करती है। यह आधार डाटाबेस के साथ ऑनलाइन एकीकरण से मान्य हुआ है। जो प्राथमिक उपयोगकर्ता पहचान प्रमाण के रूप में काम करता है।


     

  •  गतिशील उत्पाद और सेवा प्लेटफ़ॉर्म: जेम विभिन्न हितधारकों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर वस्तुओं और सेवाओं की नई श्रेणियों को जोड़कर अपने प्लेटफॉर्म को लगातार अपडेट करता है।
  •  विविध खरीद प्रणाली: जेम प्रत्यक्ष खरीद, एल 1 खरीद, बोली, रिवर्स नीलामी, फॉरवर्ड नीलामी, एकल पैकेट बोली और पुश-बटन खरीद सहित विभिन्न तरीकों से खरीद की सुविधा प्रदान करता है।
  •  अनुबंध प्रबंधनः गति, दक्षता और न्यूनतम मैन्युअल हस्तक्षेप के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए, जेम निर्दिष्ट तकनीकी मापदंडों और खरीदार द्वारा चुने गए विवरण, जैसे डिलीवरी अवधि और शर्तों के आधार पर खरीदारों और विक्रेताओं के बीच एक स्वतः अनुबंध बनाता है। जेम नियंत्रण और ऑडिट ट्रेल के साथ-साथ अनुबंध को अद्यतन करने की कार्यक्षमता भी प्रदान करता है।
  • कैशलेस भुगतान और समय पर लेनदेनः प्लेटफॉर्म शतप्रतिशत ऑनलाइन भुगतान को प्रोत्साहित करता है  जो वास्तव में कैशलेस की सुविधा प्रदान करता है। इसमें एक भुगतान गेटवे शामिल है जो इंटरनेट बैंकिंग का समर्थन करता है और समय पर भुगतान के लिए लागू समयसीमा के अंदर विभिन्न भुगतान प्रणालियों के साथ एकीकरण की अनुमति देता है।
  • सूचना दृश्यताः जेम एमएसएमई, स्थानीय विक्रेताओं और स्टार्टअप के लिए दृश्यता सुनिश्चित करता है. जिससे विक्रेताओं को ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप पोर्टल पर अपलोड किए गए सामान की घरेलू सामग्री का प्रतिशत इंगित करने की अनुमति मिलती है।
  • विश्वास-आधारित रेटिंग प्रणाली: जेम जैसी विश्वास-आधारित प्रणाली में, रेटिंग समग्र प्रणाली का एक प्रमुख घटक बन जाती है। जेम एक ऐसी रेटिंग प्रणाली प्रदान करता है जिसमें परिभाषित मापदंडों के आधार पर प्रदर्शन का लगातार मूल्यांकन किया जाता है। जेम में खरीदारों और विक्रेताओं दोनों की रेटिंग का प्रावधान है. जिससे उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है।
  • मांग का पूर्वानुमानः जेम खरीदारों द्वारा उनकी वार्षिक खरीद योजना के लिए उनके द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर प्लेटफॉर्म पर महत्वपूर्ण खरीद डाटा प्रदर्शित करता है। इससे विक्रेताओं को बेहतर योजना बनाने और कम दरों पर वस्तुओं और सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।
  • तर्कसंगत मोलभाव स्थापित करनाः जेम खरीदारों को उचित कीमत पर खरीद सुनिश्चित करने के लिए कई तरह के उपकरण प्रदान करता है। इसमें अन्य ई-कॉमर्स साइटों (जहां भी उपलब्ध हो) पर कीमतों की तुलना, एमआरपी पर छूट, जेम पर की गयी अंतिम खरीद का मूल्य और हाल के दिनों में समान वस्तुओं के लिए जेम पर किए गए लेनदेन का मूल्य शामिल हैं।
  • प्रशिक्षणः जेम उपयोगकर्ताओं को प्लेटफॉर्म का प्रभावी ढंग से उपयोग करने और प्लेटफॉर्म पर नेविगेट करने में मदद करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण सामग्री और सहायता प्रदान करता है जिससे इसके उपयोगकर्ताओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। पोर्टल के माध्यम से खरीद में विशेषज्ञता वाले पेशेवरों को प्रमाणित करने के लिए ई-खरीद प्रमाणन और प्रशिक्षण मॉड्यूल डिजाइन किया गया है।
  • संपर्क और सहायताः जेम अपने हितधारकों के साथ संपर्क के लिए एक मानकीकृत और एकल चैनल उपलब्ध कराता है। यह सभी हितधारकों को जेम से संबंधित सभी प्रासंगिक परिवर्तनों, नोटिसों और उत्पाद या सेवा श्रेणियों के अपडेट, वस्तुओं के तकनीकी मापदंडों में बदलाव या नीलामी की लगाई गई बोली में किये गए संशोधन आदि के बारे में अपडेट रखने के लिए सूचना भेजता है। उपयोगकर्ताओं को विशेषज्ञ सहायता प्रदान करने के लिए एसएलए के साथ एक एस्केलेशन मैट्रिक्स लागू किया गया है। 
  • उत्तरदायी संपर्क केंद्रः जेम का अति आधुनिक संपर्क केंद्र है जो कई भाषाओं में सुलभ है और विभिन्न माध्यमों के जरिये उपयोगकर्ता के प्रश्नों का समाधान करता है। एकीकृत चैटबॉट, आस्क जेममाई उपयोगकर्ता के प्रश्नों को उचित टीम तक पहुंचाता है।
  • विवाद समाधान सुविधाः जेम ने ‘विवाद से विश्वास-II’ (संविदात्मक विवाद) की शुरुआत की है, जो खरीदारों और विक्रेताओं के बीच विवादों को हल करने के लिए एक बेहतरीन सुविधा है।
  • एएल-एमएल-आधारित निर्णय की सुविधाः विसंगतियों और धोखाधड़ी को कम करने के लिए जेम एएल-एमएल-आधारित उन्नत विश्लेषण करने वाला फीचर लागू करने जा रहा है। ये एआई-आधारित मॉडल जेम पर होने वाले विभिन्न लेनदेन पर वास्तविक समय में प्रतिक्रिया प्रदान करेगा और खरीदार को उचित निर्णय लेने के साथ-साथ असंगत लेनदेन को रोकने में मदद करेगा। 
  • जेम सहायः एमएसएमई और स्टार्टअप के सामने आने वाली ऋण हासिल करने की चुनौतियों के समाधान के लिए जेम सहाय शुरू किया गया है। यह मोबाइल ऐप एमएसई और स्टार्टअप को आसानी से वित्त प्राप्त करने में मदद करता है। इसके जरिए वे जेम प्लेटफॉर्म पर आदेश स्वीकार करने के साथ ही ऋण भी हासिल कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से विनियमित सभी ऋणदाताओं को जेम पर बिक्री करने वालों को ऋण मुहैया कराने की इजाजत देता है।
  • अत्याधुनिक जेम प्लेटफ़ॉर्म: जेम ने अपने उपयोगकर्ताओं की आसानी के लिए और अधिक दक्षता और पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से अत्याधुनिक तकनीकों के व्यापक उपयोग के साथ नेक्स्ट जेन जेम प्लेटफॉर्म को डिजाइन और विकसित करने के लिए एक नए प्रबंधित सेवा प्रदाता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के साथ अनुबंध किया है।

     अ गस्त 2016 में स्थापित, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस मे एक विश्व स्तरीय, मजबूत डिजिटल पोर्टल है जो विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों, बि संगठनों और संबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) स द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की शुरू से अंत तक खरीद की ब सुविधा प्रदान करता है। यह पोर्टल सरकारी खरीदारों को एक है ऐसा पेपरलेस, कैशलेस एवं कॉन्टैक्टलेस पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है जहाँ वे एकीकृत ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से देश भर के विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से सीधे उत्पाद और सेवाएं खरीद सकते हैं। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम) विक्रेता पंजीकरण और खरीदारों द्वारा आइटम चयन से लेकर माल की प्राप्ति और समय पर भुगतान की सुविधा तक खरीद प्रक्रिया के सभी पहलुओं को कवर करता है। पोर्टल के सामर्थ्य, क्षमताओं और कार्यात्मकताओं का विस्तार करके, देश में सरकारी खरीद में एक आदर्श बदलाव लाया गया है।

भविष्य के लिए रोडमैप

जैसे-जैसे यह प्लेटफॉर्म विकसित हो रहा है और महत्वपूर्ण सुधार ला रहा है, यह विकास के अगले पड़ाव की शुरुआत कर रहा है, इससे राज्यों में खरीद की प्रक्रिया में बदलाव आ रहा है। जेम का रणनीतिक फोकस सभी स्तरों पर सरकारी खरीदारों को अपने मजबूत ई-खरीद बुनियादी ढांचे में एकीकृत करके अपनी पहुंच का विस्तार करने पर है। ज्यादा से ज्यादा राज्य अब जेम के माध्यम से खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है।

      इस प्लेटफॉर्म ने उन्नयन की संरचना संबंधी चुनौतियों का सामना करने तथा खरीददारों और विक्रेताओं की बढ़ती मांगों की पूर्ति के लिए एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान – के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग का उद्देश्य मौजूदा प्लेटफॉर्म को बरकरार रखते हुए नई प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर सुधार और पुनर्रचना के जरिए एक नया आधुनिक समाधान तैयार करना है। अनुकूलनीय डिजाइन से नए विक्रेताओं को प्लेटफॉर्म पर आने में सहू‌लियत होगी। इससे विक्रेता आधार ज्यादा विविधतापूर्ण बनेगा और विक्रेताओं की भागीदारी बढ़ेगी। इसके अलावा इससे समावेशन में वृद्धि होगी और सार्वजनिक क्षेत्र के इस बाजार तक पहुंच का ज्यादा लोकतांत्रीकरण होगा।

   संवर्द्धित जेम संभावित घोटालों का पता लगाने, अधिक सटीक अनुमानों के लिए बेहतर डाटा एनालिटिक्स प्रदान करने तथा आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में सुधार लाने के उद्देश्य से उन्नत कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करेगा। उसे भविष्य के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने के उद्देश्य से ऑगमेंटेड एंड वर्चुअल रियलिटी का उपयोग करने पर विचार किया जा रहा है जिससे उस पर ग्राहकों को खरीद का ज्यादा गहन अनुभव प्राप्त होगा। जीईएम खरीददारों को डाटा और अंतर्दृष्टि के आधार पर खरीद का मौका देकर उनके निर्णय को निर्देशित करने के लिए प्रतिबद्ध है। वह हरित उत्पादों और सेवाओं की अपनी सूची का विस्तार कर रहा है जिससे देश को शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने में सहायता मिलेगी। यह प्लेटफॉर्म सबसे ज्यादा बिकने वाले उत्पादों और सेवाओं को लक्ष्य कर पर्यावरण के दृष्टिकोण से संवहनीय वस्तुओं और सेवाओं को सूचीबद्ध करने और उन्हें उपलब्ध कराने को प्राथमिकता देता है।

     जेम का खरीददार-विक्रेता पारिस्थितिकी तंत्र और उसका कामकाज थोड़े समय में ही एमेजॉन इंडिया और फ्लिपकार्ट के मिलेजुले दायरे से भी दोगुना बड़ा हो गया है। उसने एक ऐसी अवसंरचना को सफलतापूर्वक स्थापित किया है जो डाटा एकत्र करने के साथ ही सार्वजनिक खरीद प्रक्रियाओं की शुरुआत से अंत तक की गतिविधियों की सुविधा प्रदान करता है। यह सरकारी खरीददारों को प्रतिस्पर्धी दरों पर अनेक विक्रेताओं से वस्तुएं और सेवाएं खरीदने का अवसर प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म अपने कामकाज में सुधार के साथ ही नए जमाने की प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उपयोगकर्ता के अनुभव में सुधार, पारदर्शिता में वृद्धि तथा सार्वजनिक खरीद की प्रक्रिया में ज्यादा समावेशन के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। Read more for Yojana

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