Kisan Credit Card (KCC) 2024, किसान क्रेडिट कार्ड: किसानों के लिए एक सुविधाजनक और सस्ता आर्थिक मदद YOJANAAAYOG.COM

Kisan Credit Card (KCC) 2024 नमस्कार दोस्तों इस आर्टिकल में आज हम भारतीय किसानो को भारत सरकार द्वारा दी जा रही एक सस्ती और काफी किफायती धनराशि के बारे में बात करने वाले है कि देश के किसान इस योजना का लाभ किस तरह से उठा सकते है ? इसके क्या प्रावधान है ? यह धन राशि प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड क्या हो सकता है? इस योजना को पाने के लिए कहा और कैसे आवेदन करना होगा ? इस बारे में हम विस्तार से बात करेंगे। अपने किसान भाइयो को बता दे की यह योजना भारत सरकार द्वारा लागु किया गया है जिसके अंतर्गत किसान काफी सस्ते व् किफायती ब्याज दरों पर इस योजना के माध्यम से आवश्यकतानुसार लोन या धनराशि प्राप्त कर सकते है। जिसके माध्यम से किसान अपने खेतों में अधिक लागत जैसे अच्छी बीज़ खाद पानी इत्यादि लगाकर ज्यादा प्रभावी तरीके से अब ज्यादा उपज पैदा कर सकते हैं। इसी सब उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) नामक योजना की शुरुआत की गयी। इस योजना के तहत, सरकार किसानों को 2% की ब्याज छूट और 3% की त्वरित पुनर्भुगतान प्रोत्साहन प्रदान करती है, इस प्रकार देश के किसानों के लिए प्रति वर्ष 4% की बहुत ही रियायती दर पर लोन प्रदान किया जाता है

आपको बता दे कि किसान भाइयों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना Kisan Credit Card Yojana (KCC) को 2004 में खातों में आ रही अधिक लागत खर्च को आसान करने के लिए शुरू की गयी और 2012 में श्री टी.एम. भासिन के अध्यक्षता में भारतीय बैंक के माध्यम से इस योजना को हरी झंडी मिल गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य योजना को सरल बनाकर किसानों के लिए एक विशेष इलेक्ट्रॉनिक किसान क्रेडिट कार्ड Electronic Kisan Credit Card Yojana (KCC)का शुरुआत करना था। Kisan Credit Card Yojana (KCC) बैंकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना को सरल व सहज बनाने के लिए व्यापक प्रावधान व सहयोग बिंदु तैयार किये। प्रक्रिया पूरा कराने तथा लोन की व्यवस्था करने वाले बैंकों अथवा संस्थानो को व्यापक नियमों को लागू किया गया और किसानों को लोन देने में सुगमता लाया गया।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य यह है कि किसानों को उनकी खेती और अन्य जरूरतों के लिए बैंकों से सही समय पर और पर्याप्त क्रेडिट सहायता प्रदान की जाए। यह कार्ड कई लाभ प्राप्त करने में सहायक है, जैसे कि शार्ट टर्म लोन, पोस्ट हार्वेस्ट खर्च, उत्पाद बाजार लोन , किसान के घरेलू खर्च, कृषि से संबंधित जरूरतों के लिए आवश्यक धन की पूर्ति, और खेतो में अगले फसल के उचित धनराशि की आवश्यकता आदि है।

इस कार्ड के लाभ में क्रेडिट की सीमा लोन राशि का निर्धारण, विभिन्न प्रकार के कार्ड, और वित्तीय संस्थाओं बैंकों द्वारा दी जाने वाली अनेकों प्रकार वित्तीय सेवाएँ, और आवेदन प्रक्रिया शामिल होती हैं। लोन की जरुरत हेतु धनराशि प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आवेदन पत्र, पासपोर्ट आकार के दो फोटो, पहचान प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण, भूमि के प्रमाण, फसल विवरण, और अन्य संबंधित दस्तावेजों की Requirement पूरी की जाती है।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना Kisan Credit Card Yojana (KCC) के माध्यम से भारतीय किसानों को अपनी खेती और अन्य आर्थिक जरूरतों के लिए सही समय पर और सही मात्रा में और योजना Kisan Credit Card Yojana का एक सरल और सुविधाजनक तरीका प्रदान किया जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना Kisan Credit Card Yojana (KCC) का मुख्य उद्देश्य देश के किसान भाइयों को उनकी खेती और अन्य कृषि संबंधित आर्थिक जरूरतों के लिए सही समय पर और सही मात्रा में ऋण मुहैया कराना है। इसका उद्देश्य किसानों को बैंकिंग सिस्टम के माध्यम से आसानी से उचित धनराशि प्रदान करना है ताकि वे अपनी खेती को अधिक प्रभावी तरीके से अपने फसलों से बेहतर उपज प्राप्त कर सकें और अपने अन्य बाकि आर्थिक जरूरतों को सहजता से पूरा कर सकें। यह योजना किसानो भाईयों को सस्ते ब्याज दर पर किफायती ऋण उपलब्ध कराके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करती है। इससे देश के किसान भाईयों के धन में वृद्धि होती है और साथ सी साथ कृषि क्षेत्र में विकास को भी गति मिलती है।

  1. मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड(Magnetic stripe card with PIN):
    इस प्रकार का कार्ड पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर (PIN) के साथ होता है जो सभी बैंकों के एटीएम और माइक्रो एटीएम इस्तेमाल किया सकता है।
  2. डेबिट कार्ड: यदि बैंक UIDAI (आधार प्रमाणित) की केंद्रीय बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण ढांचा का उपयोग करना चाहता है, तो वह ऐसे कार्ड प्रदान कर सकता है जिनमें मैग्नेटिक स्ट्राइप और पिन के साथ UIDAI के बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण का विकल्प हो।
  3. कुछ ऐसे डेबिट कार्ड भी प्रदान किए जा सकते हैं जिनमें मैग्नेटिक स्ट्राइप और केवल बायोमेट्रिक Authentication होता है।
  4. ईएमवी (Europay, MasterCard and VISA, a global standard for the interoperation of integrated circuit cards) और रूपे कंप्लायंट चिप कार्ड: इस कटैगरी में ऐसे कार्ड प्रदान किए जा सकते हैं जिनमें मैग्नेटिक स्ट्राइप, पिन, और ईएमवी या रूपे कंप्लायंट चिप होता है।
  5. स्मार्ट कार्ड और बायोमीट्रिक Authentication card : यह कार्ड सामान्य Open Source का पालन करता है जो आईडीआरबीटी और आईबीए द्वारा तय किए गए हैं। इससे किसानों को अपने आउटपुट डीलरों के साथ लेन-देन करने में सुगमता होती है और उन्हें जब वे अपने उत्पादों को मंडियों में या खरीद केंद्रों में बेचते हैं, तो उनके खाते में बिक्री की राशि क्रेडिट की जा सकती है।
  1. एटीएम / माइक्रो एटीएम के माध्यम से निकासी: किसान भाई क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान एटीएम या माइक्रो एटीएम का इस्तेमाल करकेअपने क्रेडिट पैसे को निकाल सकते हैं।
  2. बीसी के माध्यम से पैसे निकलना: किसान क्रेडिट कार्ड Kisan Credit Card Yojana (KCC) के स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करके बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के लिए बैंकिंग संबंधित केंद्रों से पैसे निकाल सकते हैं।
  3. पीओएस (POS) मशीन के माध्यम से: इनपुट डीलर्स के पास लगे पीओएस(POS) मशीनों के माध्यम से भी किसान क्रेडिट Kisan Credit Card Yojana (KCC) कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  4. मोबाइल बैंकिंग: किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मोबाइल बैंकिंग की सुविधा का उपयोग करके किसान अपने बैंक खाते का प्रबंधन कर सकते हैं, जिसमें IMPS की सुविधा भी शामिल है।
  5. आधार कार्ड: आधार कार्ड के माध्यम से भी किसान क्रेडिट कार्ड के खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं।

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किसान क्रेडिट कार्ड

  1. पहले वर्ष के लिए आने वाली अल्पकालिक सीमा:
    • एक वर्ष में एक ही फसल उगाने वाले किसान भाईयो के लिए =

      फसल के लिए वित्त का पैमाना (जैसा कि जिला स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा तय किया गया है) x खेती योग्य क्षेत्र की सीमा + बाद की सीमा का 10% फसल/घरेलू/उपभोग आवश्यकताएं + कृषि संपत्तियों की मरम्मत और रखरखाव खर्च की सीमा का 20% + फसल बीमा, पीएआईएस और संपत्ति बीमा।
  2. दूसरे साल और उसके बाद के वर्ष के लिए सीमा:
    फसल की खेती के कामों में इस्तेमाल किये जाने वाले धन के लिए पहले साल की सीमा उपरोक्त नियम के अनुसार निर्धारित की गई है, साथ ही हर साल (दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें वर्ष) के लिए लागत में होने वाली वृद्धि के लिए सीमा का 10% और किसान क्रेडिट कार्ड की अवधि, यानी पांच साल के लिए सुनिश्चित की जाती है।
  3. वही एक ही साल में एक से ज्यादा फसल उगाने वाले किसान भाईयों के लिए, पहले साल में प्रस्तावित फसल पैटर्न के अनुसार खेती की गई फसलों के आधार पर सीमा ऊपर बताई गई है और लागत में वृद्धि के लिए सीमा का अतिरिक्त 10% तय किया जाता है। यह हर साल क्रमशः (दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें वर्ष) के लिए यह माना जाता है कि किसान शेष चार वर्षों के लिए भी वही फसल पैटर्न अपनाता है। यदि किसान द्वारा अपनाए गए फसल पैटर्न को अगले वर्ष में बदल दिया जाता है, तो सीमा को फिर से लागू किया जा सकता है।
  4. भूमि विकास, लघु सिंचाई, कृषि उपकरणों की खरीद और उससे सम्बंधित कृषि कार्यो में क्रेडिट धन खर्चा करने के लिए योजना से सम्बंधित लोन प्रदान करने वाली स्थानीय बैंक इसपे अपना निर्णय अथवा आवश्यक धनराशि तय कर सकती है की कितना धनराशि किसान को उपलब्ध कराया जा सकता है ।
  5. लम्बे समय के लिए ऋण सीमा पांच साल की अवधि के दौरान प्रस्तावित निवेश और किसान की ऋण चुकाने की क्षमता के बारे में बैंक अपना खुद निर्णय लेकर धन उपलब्ध करा सकती है।
  6. Fixation of Sub-limits for other than Marginal Farmers:
    • थोड़े समय के लिए क्रेडिट लोन और सावधि ऋण अलग-अलग ब्याज दरों द्वारासुनिश्चित की जाती है। इसके अलावा, वर्तमान में, अल्पकालिक फसल पर क्रेडिट लोन के ब्याज में छूट योजना के अंतर्गत जल्दी वापसी पर सर्कार द्वारा उचित मानदंड तय किया गया है। इसके अलावा, अल्पकालिक और सावधि ऋणों के लिए पुनर्भुगतान कार्यक्रम और मानदंड अलग-अलग होते हैं। इसलिए, परिचालन और लेखांकन सुविधा के लिए, कार्ड सीमा को अल्पकालिक नकद क्रेडिट सीमा सह बचत खाते और सावधि ऋण के लिए अलग-अलग उप-सीमाओं मेंबाँट दिया जाता है।
    • अल्पकालिक नकद ऋण के लिए धन प्राप्त करने की सीमा फसल पैटर्न के आधार पर तय की जाती है और फसल उत्पादन,खेती से जुड़े संपत्तियों की मरम्मत और रखरखाव और उपभोग के लिए राशि किसान की सुविधा पर निकालने की अनुमति दी जा सकती है। यदि जिला-स्तरीय समिति द्वारा किसी भी वर्ष के लिए वित्त के पैमाने का संशोधन पांच साल की सीमा तय करते समय अपेक्षित 10% की अनुमानित वृद्धि से अधिक हो जाता है, तो एक संशोधित धन प्राप्त करने की सीमा तय की जा सकती है और किसान भाईयों को उसी के बारे में सलाह दी जाती है। यदि ऐसे संशोधनों के लिए कार्ड की सीमा को बढ़ाने की आवश्यकता होती है (चौथे या पांचवें वर्ष), तो ऐसा किया जा सकता है और किसान को सलाह दी जा सकती है। सावधि ऋणों के लिए, खर्चे की प्रकृति और प्रस्तावित खर्चे के आर्थिक जीवन के अनुसार तैयार की गई पुनर्भुगतान अनुसूची के आधार पर किश्तें निकालने की अनुमति दी जा सकती है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी समय, कुल देनदारी संबंधित वर्ष की धन प्राप्ती सीमा के भीतर होनी चाहिए।
    • जहां भी कार्ड की सीमा/देनदारी के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की आवश्यकता होती है, बैंक अपनी नीति के अनुसार उपयुक्त संपार्श्विक ले सकते हैं।
  • वे किसान आते है जो खुद भूमि के मालिक और खेती करने वाला हो।
  • किरायेदार किसान, आइए किसान जो खुद न बल्कि किसी अन्य मालिक के खेत को लेकर काम कर रहा हो जैसे कि किराया पर या पट्टेदारी पर;
  • किसानों के स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) या संयुक्त देयता समूह (जेएलजी) जिनमें किरायेदार किसान, बटाईदार आदि शामिल होते है।

ऑनलाइन (Online):

  • किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले किसान भाई को किसी बैंक के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। जैसे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया SBI.
  • फिर वेबसाइट पर आपको सारे Options में से किसान क्रेडिट कार्डको चुनना होगा।
  • फिर आपको ‘Apply‘ के बटन पर क्लिक करना होगा , क्लिक करते ही आपको वेबसाइट एप्लिकेशन पेज पर रीडायरेक्ट कर देगी।
  • फिर आप वहां सभी आवश्यक विवरण के साथ फॉर्म को भरें और ‘Submit‘ पर क्लिक करें।
  • ऐसा करने पर एक एप्लीकेशन रेफरेंस नंबर भेजा जाएगा. यदि आप पात्र हैं, तो बैंक 3-4 कार्य दिनों के भीतर आगे की प्रक्रिया के लिए आपसे संपर्क करेगा।

ऑफलाइन Offline:

  • ऑफलाइन आवेदन के लिए किसान भाई अपनी किसी पसंद के बैंक की शाखा में जाकर या बैंक की वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करके बैंक में जमा कर सकते हैं ।
  • या फिर आवेदक अपने नजदीकी बैंक शाखा में जा कर वहां किसी बैंक के कर्मचारी की मदद से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
  • आवेदन पत्र Application Form.
  • दो पासपोर्ट आकार के फोटो Two Passport Size Photographs.
  • आईडी प्रूफ जैसे ड्राइविंग लाइसेंस / आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट ID proof such as Driving License / Aadhar Card / Voter Identity Card / Passport.
  • पते का प्रमाण जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड Address Proof such as Driving License, Aadhar Card.
  • राजस्व अधिकारियों द्वारा विधिवत प्रमाणित भूमि का प्रमाण Proof of landholding duly certified by the revenue authorities.
  • कितनी जमीन है और उगाई गई फसल विवरण Cropping pattern (Crops grown) with acreage
  • रु. 1.60 लाख / रु. 3.00 लाख से अधिक की लोन की सीमा के लिए सुरक्षा दस्तावेज, जैसा लागू हो Security documents for loan limit above Rs.1.60 lakhs / Rs.3.00 lakhs, as applicable.
  • कोई अन्य दस्तावेज़ जरुरत के अनुसार दस्तावेज़ Any other document as per sanction..

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